गांव जानीवाल में प्राकृतिक खेती के संबंध में जागरूकता कैंप लगाया गया

नवांशहर - कृषि विज्ञान केंद्र, लंगारोआ ने कल जानीवाल गांव में प्राकृतिक खेती के बारे में एक जागरूकता शिविर का आयोजन किया। इस शिविर में सहायक प्रोफेसर (सब्जी विज्ञान) डॉ. आरती वर्मा ने किसानों को प्राकृतिक खेती के महत्व के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

नवांशहर - कृषि विज्ञान केंद्र, लंगारोआ ने कल जानीवाल गांव में प्राकृतिक खेती के बारे में एक जागरूकता शिविर का आयोजन किया। इस शिविर में सहायक प्रोफेसर (सब्जी विज्ञान) डॉ. आरती वर्मा ने किसानों को प्राकृतिक खेती के महत्व के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
डॉ. आरती वर्मा ने किसानों के साथ प्राकृतिक खेती के माध्यम से उत्पादित फलों और सब्जियों के पोषण मूल्य के बारे में भी जानकारी साझा की। उन्होंने शीतकालीन सब्जियों एवं मशरूम की सफल खेती के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि केवीके शहीद भगत सिंह नगर जिले में प्राकृतिक खेती के संबंध में विभिन्न गांवों में जागरूकता शिविर, प्रशिक्षण शिविर और प्रदर्शनियां आयोजित करके किसानों को जागरूक कर रहा है।
इस अवसर पर कृषि विज्ञान केंद्र के सहायक प्रोफेसर (कीट विज्ञान) डॉ. बलजीत सिंह ने प्राकृतिक खेती के महत्वपूर्ण बिंदुओं और पहलुओं, प्राकृतिक तरीकों से कीटों और बीमारियों की रोकथाम के बारे में जानकारी साझा की। इस अवसर पर प्रदर्शक (ग्रह विज्ञान) रेनू बाला ने कहा कि केवीके में विभिन्न प्रशिक्षण पाठ्यक्रम चल रहे हैं। जिससे किसान प्रशिक्षण प्राप्त कर अपनी आय बढ़ा सकते हैं। इसके अलावा उन्होंने स्वयं सहायता संगठनों के बारे में भी पता लगाया। इस जागरूकता शिविर में 64 किसानों ने भाग लिया। इसके अलावा जानीवाल गांव के सरपंच जीत राम, कृषि सखियां कमलेश रानी और जोगिंदर कौर ने भी शिविर में भाग लिया।