
क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी द्वारा सुरक्षित स्कूल वाहन नीति के तहत स्कूल बसों की जांच की गई
पटियाला, 20 अप्रैल - स्कूली बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सुरक्षित स्कूल वाहन नीति को सख्ती से लागू करने के लिए क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी दीपजोत कौर ने आज फिर से स्कूल बसों की औचक जांच की। उनके साथ जिला बाल संरक्षण अधिकारी शाइना कपूर भी मौजूद रहीं।
पटियाला, 20 अप्रैल - स्कूली बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सुरक्षित स्कूल वाहन नीति को सख्ती से लागू करने के लिए क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी दीपजोत कौर ने आज फिर से स्कूल बसों की औचक जांच की। उनके साथ जिला बाल संरक्षण अधिकारी शाइना कपूर भी मौजूद रहीं।
दीपजोत कौर ने बताया कि चेकिंग के दौरान बसों में सीसीटीवी कैमरे, फर्स्ट एड बॉक्स और स्पीड गवर्नर न होने पर 22 स्कूल वाहनों/बसों के चालान किए गए, साथ ही फर्स्ट एड बॉक्स में एक्सपायरी दवाएं भी मिलीं। उन्होंने कहा कि इस तरह की चेकिंग भविष्य में भी लगातार जारी रहेगी और सुरक्षित स्कूल वाहन नीति के निर्देशों का उल्लंघन करने वाले सभी वाहनों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।
आरटीओ दीपजोत कौर ने बताया कि आज सरहिंद रोड पर स्कूल बसों की चेकिंग की गई है। उन्होंने कहा कि चेकिंग के समय उन्होंने स्कूल स्टाफ और बस चालकों से कहा कि पॉलिसी के मुताबिक स्कूल बसों का रंग पीला होना चाहिए. बस के आगे 'स्कूल बस' लिखा होना चाहिए। ड्राइवर की वर्दी पहननी होगी और हैवी लाइसेंस रखना होगा। बस में प्राथमिक चिकित्सा बॉक्स, अग्निशमन यंत्र, सीसीटीवी कैमरे लगे होने चाहिए। दीपजोत कौर ने आगे कहा कि अगर लड़कियां बस में सफर करती हैं तो बस में एक महिला अटेंडेंट होनी चाहिए. स्पीड गवर्नर एवं स्टॉप साइन लगाया जाए। स्कूल बस चालक बस चलाते समय मोबाइल फोन का प्रयोग न करें और न ही नशे का सेवन करके स्कूल वाहन चलाएं तथा यातायात नियमों की अनुपालना भी सुनिश्चित करें।
