
नरोय तन मन के सृजन के संदेश के साथ बाबा दे बाग का मेला संपन्न
माहिलपुर - माहिलपुर के नजदीक ऐतिहासिक गांव वाड़ियां कलां के प्रसिद्ध गुरुद्वारा बाबा दे बाग का वार्षिक जोड़ मेला बड़ी धूमधाम से संपन्न हुआ, जो श्रद्धालुओं को मानसिक शांति बनाने का संदेश देता है। मेले के मुख्य आयोजक बिपनजीत सिंह बेदी ने कहा कि हम सभी को गुरु नानक देव जी की शिक्षाओं का पालन करना चाहिए। ऐसा करने से समाज सुन्दर एवं समरस बनेगा| पवन गुरु पानी पिता माता धरत महत की शिक्षाओं को जीवन में अपनाना चाहिए अगर इसी तरह हम अपनी मनमर्जी करते रहे तो आने वाली पीढ़ियां हमें माफ नहीं करेंगी
माहिलपुर - माहिलपुर के नजदीक ऐतिहासिक गांव वाड़ियां कलां के प्रसिद्ध गुरुद्वारा बाबा दे बाग का वार्षिक जोड़ मेला बड़ी धूमधाम से संपन्न हुआ, जो श्रद्धालुओं को मानसिक शांति बनाने का संदेश देता है। मेले के मुख्य आयोजक बिपनजीत सिंह बेदी ने कहा कि हम सभी को गुरु नानक देव जी की शिक्षाओं का पालन करना चाहिए। ऐसा करने से समाज सुन्दर एवं समरस बनेगा| पवन गुरु पानी पिता माता धरत महत की शिक्षाओं को जीवन में अपनाना चाहिए अगर इसी तरह हम अपनी मनमर्जी करते रहे तो आने वाली पीढ़ियां हमें माफ नहीं करेंगी
एक सप्ताह तक चलने वाले इस धार्मिक मेले में कीर्तनी जत्थों के अलावा कुश्ती प्रतियोगिताएं भी आयोजित की गईं अखंड पाठ साहिब के भोग के बाद बाबा अमरजीत सिंह, भाई मनजिंदर सिंह, भाई सुखदेव नडालों के कीर्तनी जत्थों ने रसभिन्ने कीर्तन से संगत को निहाल किया। पंज प्यारों की अगुवाई में नगर कीर्तन भी निकाला गया
खालसा कॉलेज माहिलपुर के प्रिंसिपल डॉ. परविंदर सिंह और निक्की करुम्बल्स के संपादक बलजिंदर मान ने कुश्ती प्रतियोगिताओं में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लेते हुए कहा कि बेदी परिवार गुरु नानक देव जी के परिवार से संबंधित है। बाबा बालक सिंह बेदी गुरु नानक देव जी के ग्यारहवें पुत्र थे। उन्होंने इस स्थान पर काफी समय तक तपस्या की थी| उसके बाद बाबा राम सिंह बेदी और बाबा तरलोक सिंह बेदी ने इस तपस्थान की सेवा का ध्यान रखा और हमेशा श्रदालुओं को सही रास्ता दिखाया। इस मौके पर अध्यक्ष बूटा सिंह, हरजोत सिंह बेदी और बहादुर सिंह नीटू मौजूद रहे
कुश्ती में गुरज जस्सा बाडोवालिया ने गौरव माछीवाड़ा को हराकर जीत हासिल की उन्हें 21000 का नकद पुरस्कार भी दिया गया विशेष वर्ग में हर्ष चंबला अखाड़ा भारटा विजेता रहा| रस्साकशी प्रतियोगिता गांव बुडोवाड़ी क्लब के खिलाड़ियों ने गुज्जर क्लब बरी कलां को हराकर जीत ली। इस मेले में देश-विदेश की साध संगत बड़ी संख्या में शामिल हुई वे गुरुद्वारा बाबा दी बाग के दीवान में शामिल हुए और अपनी श्रद्धा के फूल चढ़ाए इन व्यवस्थाओं को बेहतरीन तरीके से चलाने में हरप्रीत सिंह नंबरदार, हरदीप सिंह सहोता, मनदीप सिंह गिंदा, अवतार सिंह नंबरदार, जोगिंदर सिंह और इंद्रपाल सिंह ने अहम भूमिका निभाई।
