चंडीगढ़ :शिवरात्रि व महिला दिवस की पूर्व संध्या पर ब्रह्माकुमारीज़ सेक्टर 46 बी के सेवा केंद्र आनंद निकेतन 1008 पर प्रकाशोत्सव किया गया।

चंडीगढ़ :शिवरात्रि व महिला दिवस की पूर्व संध्या पर ब्रह्माकुमारीज़ सेक्टर 46 बी के सेवा केंद्र आनंद निकेतन 1008 पर प्रकाशोत्सव किया गया। जिसकी भव्यता के आकर्षण में स्थानीय लोग शिवरात्रि व महिला दिवस को मनाने सेवा केंद्र पर पहुंचे। सेवा केंद्र द्वारा मुख्य आथितियों व गणमान्यजन का परम्परागत तरीके से अभिनदंन किया गया।

चंडीगढ़ :शिवरात्रि व महिला दिवस की पूर्व संध्या पर  ब्रह्माकुमारीज़ सेक्टर 46 बी के सेवा केंद्र आनंद निकेतन  1008 पर प्रकाशोत्सव किया गया। जिसकी भव्यता के आकर्षण में स्थानीय लोग शिवरात्रि व महिला दिवस को मनाने सेवा केंद्र पर पहुंचे। सेवा केंद्र द्वारा मुख्य आथितियों व गणमान्यजन का परम्परागत तरीके से अभिनदंन किया गया। इस अवसर पर मुख्य आथिति के रूप में सुश्री दीपा दुबे जो सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया की अधिवक्ता, चंडीगढ़ पुलिस एडवाइजरी कमेटी की सदस्य व चंडीगढ़ महिला कांग्रेस की अध्यक्ष है वे भारत सरकार के सेंट्रल इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फ़ोर्स की  इंस्पेक्टर  सुश्री दीप्ति भटनागर के साथ उपस्थित रही। सुश्री दीप्ती दुबे को महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए 20 सालों में महिलाओं पर हुए अत्याचारों के खिलाफ लगभग 5000 केस लड़ने की गरिमा प्राप्त है।
महिला दिवस का शुभारंभ दीप प्रज्वलन ततपश्चात बच्चों की प्रस्तुति द्वारा हुआ।  सिस्टर शिवानी को फॉलो करने वाले मास्टर मेवान ने कम्पैशन टॉपिक पर विचार रखे
सभी आथितियों ने महिलाओं के उत्थान के बारे में अपने विचार प्रकट किए।
बी के शिवानी ने उपस्थित नारी शक्ति को समाज मे  चरित्र व मूल्यों  की नित्य हो रही गिरावट से अवगत करवाते हुए बताया कि नारी को समाज मे सशक्त होने के  लिए दैवी संस्कारों व मुल्यों को अपनाना अनिवार्य है ताकि आध्यात्मिक सशक्तिकरण द्वारा परमपिता परमात्मा शिव के सृस्टि परिवर्तन के संकल्प को अविलब साकार किया जा सके।
सेवा केंद्र की प्रभारी बी के पूनम ने महिलाओं को सशक्त करने के लिए आज के शिवरात्रि पर्व पर उपस्थित महिलओं को महिला दिवस पर क्रोधरूपी फूल व धतुरे रूपीअपनी कमियों को  दान करने का आह्वाहन किया व  परमपिता परमात्मा द्वारा ब्रह्मा के माध्यम से गठित ब्रह्माकुमारीज ईशवरीय विश्वविद्यालय  के सशक्तिकरण उद्देश्यों से सभी को अवगत करवाया व बताया कि शिवरात्रि व महिला दिवस एक ही दिन में होना समय का भी सन्देश है।
शिव ध्वज को आथितियों ने बहनो के साथ लहराया व सभी मे उत्साह का संच्चार किया।