
वेटरनरी विश्वविद्यालय ने स्कूली बच्चों को मत्स्य पालन क्षेत्र में शिक्षा और रोजगार के बारे में शिक्षित किया
लुधियाना 27 फरवरी 2024:- गुरु अंगद देव वेटरनरी एंड एनिमल साइंसेज यूनिवर्सिटी, लुधियाना के फिशरीज कॉलेज ने लुधियाना, बरनाला और बठिंडा के 04 सरकारी वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों के अनुसूचित समुदाय से संबंधित छात्रों को मत्स्य विज्ञान के क्षेत्र में शिक्षा और रोजगार उद्यमिता के बारे में शिक्षित किया।
लुधियाना 27 फरवरी 2024:- गुरु अंगद देव वेटरनरी एंड एनिमल साइंसेज यूनिवर्सिटी, लुधियाना के फिशरीज कॉलेज ने लुधियाना, बरनाला और बठिंडा के 04 सरकारी वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों के अनुसूचित समुदाय से संबंधित छात्रों को मत्स्य विज्ञान के क्षेत्र में शिक्षा और रोजगार उद्यमिता के बारे में शिक्षित किया। इस पहल को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के एक संगठन, केंद्रीय मत्स्य विज्ञान शिक्षा संस्थान द्वारा प्रायोजित किया गया था। डॉ वनीत इंदर कौर ने इस पहल के समन्वयक के रूप में कहा कि इसके तहत 200 से अधिक छात्रों को जागरूक किया गया। इस अभियान में डॉ. एसएन दत्ता, डॉ. गरिश्मा तिवारी, डॉ विकास फूलिया और श्री खुशवीर सिंह ने अलग-अलग सत्रों का संचालन किया। छात्रों को राज्य और राष्ट्रीय स्तर की शिक्षा और शिक्षा के बाद के करियर और व्यावसायिक अवसरों के बारे में जागरूक किया गया।
डॉ मीरा डी आंसल, डीन, कॉलेज ऑफ फिशरीज ने कहा कि बच्चों के युवा दिमाग को समय पर प्रेरित करके, हम उन्हें उचित शिक्षा के माध्यम से बेहतर पेशेवर और बेहतर नागरिक बना सकते हैं। डॉ रविशंकर, सीएन, वाइस चांसलर, सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ फिशरीज एजुकेशन, मुंबई ने कहा कि स्कूली शिक्षा में उद्यमिता की भावना पैदा करके हम छात्रों के आत्मविश्वास और ज्ञान को काफी बढ़ा सकते हैं। भविष्य में ये छात्र प्रतिष्ठित संस्थानों की शोभा बन सकते हैं।
डॉ इंद्रजीत सिंह, वाइस चांसलर ने बताया कि पशुधन और मत्स्य पालन क्षेत्र हमारे देश के सामाजिक-आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं और उनका योगदान लगातार बढ़ रहा है। आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत विश्वविद्यालय विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों के छात्रों को इन व्यवसायों और पेशों से जोड़ रहा है।
