पंजाब सरकार की 'झकियाँ' 3 और 4 फरवरी को निर्धारित रूट पर निकलेंगी- ADC (J)

नवांशहर - पंजाब सरकार की ओर से गणतंत्र दिवस के मौके पर निकाली जाने वाली झाकियां 3 और 4 फरवरी को शहीद भगत सिंह नगर जिले में निर्धारित रूट पर निकाली जाएंगी। यह विचार अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर (जे) राजीव वर्मा ने आज जिला प्रशासनिक परिसर नवांशहर में विभिन्न विभागों के अधिकारियों की बैठक को संबोधित करते हुए व्यक्त किये। इस अवसर पर एसडीएम नवांशहर डॉ. अक्षिता गुप्ता, सहायक कमिश्नर जनरल गुरलीन कौर, एसडीएम बलाचौर रविंदर बांसल और विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

नवांशहर - पंजाब सरकार की ओर से गणतंत्र दिवस के मौके पर निकाली जाने वाली झाकियां 3 और 4 फरवरी को शहीद भगत सिंह नगर जिले में निर्धारित रूट पर निकाली जाएंगी। यह विचार अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर (जे) राजीव वर्मा ने आज जिला प्रशासनिक परिसर नवांशहर में विभिन्न विभागों के अधिकारियों की बैठक को संबोधित करते हुए व्यक्त किये। इस अवसर पर एसडीएम नवांशहर डॉ. अक्षिता गुप्ता, सहायक कमिश्नर जनरल गुरलीन कौर, एसडीएम बलाचौर रविंदर बांसल और विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर (आर) राजीव वर्मा ने बताया कि 3 जनवरी को ये झाकिया रेल माजरा से टोल प्लाजा बच्चुआं, मजारी, गढ़ी कानूनगो तक और 4 जनवरी को बस स्टैंड से डॉ. भीमराव अंबेडकर चौक, नवांशहर से होते हुए चंडीगढ़ रोड नवांशहर लंगारोआ बाईपास से बंगा तक जाएंगी। इसके बाद 4 जनवरी को दोपहर में खटकड़ कलां से बंगा, बंगा से दाना मंडी बंगा, दाना मंडी बंगा से गढ़शंकर तक बस ले जाया जाएगा। उन्होंने कहा कि पंजाब के गौरवशाली इतिहास को दर्शाती झांकियों का जिले में आगमन पर जिला प्रशासन द्वारा गर्मजोशी से स्वागत किया गया। उन्होंने कहा कि इन तस्वीरों में जलियां-वाले बाग कांड, शहीद-ए-आजम भगत सिंह, शहीद करतार सिंह सराभा, शहीद उधम सिंह, बाबा सोहन सिंह भकना, लाला लाजपत राय, शहीद सुखदेव, लाला हरदयाल, सरदार अजीत सिंह, बाबा खड़क सिंह, मदन लाल ढींगरा, डॉ. दीवान सिंह कालेपानी जैसी महान विभूतियों का बलिदान और कामागाटा मारू की घटना को दर्शाया गया है। इसी तरह दूसरी झांकी के माध्यम से महिला सशक्तिकरण (माई भागो दी सुरमगति) और माई भागो आर्म्ड फोर्सेस प्रिपरेटरी इंस्टीट्यूट फॉर गर्ल्स को दिखाया गया है जिन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में अपना नाम कमाया है। इसी तरह तीसरी झांकी के जरिए पंजाब की समृद्ध विरासत और संस्कृति की झलक पेश की गई है. गौरतलब है कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने इन झांकियों को राज्य के कोने-कोने में प्रदर्शित करने की घोषणा की थी. जिसके बाद ये झांकियां 3 और 4 फरवरी को जिले में प्रदर्शित की जाएंगी ताकि आम लोगों को भी इन झांकियों के बारे में जानकारी मिल सके. उन्होंने कहा कि यह पहल राज्य के युवाओं को पंजाब की समृद्ध विरासत और पंजाबियों की भूमिका के बारे में शिक्षित करेगी. स्वतंत्रता संग्राम में जानकारी उपलब्ध कराने में यह मील का पत्थर साबित होगा।