भारी बारिश और ओलावृष्टि से लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है

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"सफलता का कोई रहस्य नहीं है। यह तैयारी, कड़ी मेहनत और विफलता से सीखने का परिणाम है।"
एसएएस नगर, 1 फरवरी - फरवरी के पहले दिन में मोहाली शहर और इसके आसपास के इलाकों में भारी बारिश और ओलावृष्टि हुई। इस संबंध में भले ही मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया था और कल देर रात से रुक-रुक कर हो रही बारिश ने आज सुबह जबरदस्त रफ्तार पकड़ ली है और लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है.
एसएएस नगर, 1 फरवरी - फरवरी के पहले दिन में मोहाली शहर और इसके आसपास के इलाकों में भारी बारिश और ओलावृष्टि हुई। इस संबंध में भले ही मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया था और कल देर रात से रुक-रुक कर हो रही बारिश ने आज सुबह जबरदस्त रफ्तार पकड़ ली है और लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है.
इस बीच तेज हवा और झोंकों के कारण जहां कई जगहों पर पेड़ उखड़ गये, वहीं कई जगहों पर लोगों के टीन के छप्पर भी उड़ गये. भारी बारिश के कारण जगह-जगह पानी भर गया, जिससे यातायात बाधित हो गया.
सुबह करीब 10 बजे तेज बारिश के साथ ओलावृष्टि शुरू हो गई और करीब एक घंटे तक ओलावृष्टि होती रही। जिसके चलते लोगों ने जहां ओलावृष्टि की तस्वीरें शेयर करनी शुरू कर दीं, वहीं लोग हैरान रह गए।
इस बीच सड़कों पर अंधेरा हो गया और दृश्यता बहुत कम हो गई. यह सिलसिला करीब डेढ़ घंटे तक चलता रहा जिसके बाद ओलावृष्टि बंद हो गई लेकिन थोड़ी देर बाद बारिश जारी रही.
ओलावृष्टि और बारिश के कारण तापमान में भी गिरावट आई है और सर्दी बढ़ गई है. स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक, इस बारिश से खांसी, सर्दी और जुकाम से राहत मिलेगी। पर्यावरण प्रदूषण कम होने और शुष्क ठंड खत्म होने से लोगों को सर्दी की बीमारियों से काफी राहत मिलनी चाहिए।
भारी बारिश और ओलावृष्टि से खेतों में खड़ी फसलों को भारी नुकसान हुआ है और इसके कारण गेहूं की फसल बर्बाद हो गई है. ओलावृष्टि के कारण गेहूं की पैदावार को भी नुकसान होना तय है, जिससे किसानों के चेहरे पर निराशा है. इस बीच मौसम विभाग ने अगले दो दिनों तक बारिश जारी रहने का अलर्ट जारी किया है.
05-07-2025 00:41:00