
अनुवाद के माध्यम से ही सृजनात्मक विश्व साहित्य से परिचय सम्भव
पंजाब विश्वविद्यालय,चंडीगढ़ 21, 2024- डॉ. पंकज मालवीय, प्रोफेसर, (रूसी भाषा एवं साहित्य) द्वारा अनूदित कहानीसंग्रह "थिएटर के बाद" (अंतोनचेखव की 120 प्रतिनिधि कहानियां) का विमोचन रूसी भाषा विभाग, पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ में एक कार्यक्रम के दौरान किया गया।
पंजाब विश्वविद्यालय,चंडीगढ़ 21, 2024- डॉ. पंकज मालवीय, प्रोफेसर, (रूसी भाषा एवं साहित्य) द्वारा अनूदित कहानीसंग्रह "थिएटर के बाद" (अंतोनचेखव की 120 प्रतिनिधि कहानियां) का विमोचन रूसी भाषा विभाग, पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ में एक कार्यक्रम के दौरान किया गया। यह कहानी संग्रह दो भागों मेंविभक्त है। प्रत्येक भाग में अंतोनचेखव की 60- 60कहानियां हैं। इस संग्रह में कुल 720 पृष्ठ हैं, जिसे सृष्टि प्रकाशन, चंडीगढ़ ने प्रकाशित किया है। इस कार्यक्रम में प्रोफेसर अभय मौर्य भूतपूर्व कुलपति, आंग्ल एवं विदेशी भाषा विश्वविद्यालय, हैदराबाद मुख्य अतिथि थे। प्रोफेसरमौर्य ने"अनुवाद की संस्कृति और संस्कृति के अनुवाद" विषय पर सृजनात्मक साहित्य के रूसी भाषा से हिंदी में अनुवाद के विभिन्न पक्षों की चर्चा की।
सुप्रसिद्ध लेखिका श्रीमती नासिरा शर्मा ने फारसी, अरबी एवं पश्तो भाषा के साहित्य के हिंदी अनुवाद के संदर्भ में अपने अनुभव साझा किए और विस्तार से इस प्रकार के अनुवाद में आने वाली कठिनाइयों और उनके निवारण पर प्रकाश डाला।
प्रोफेसर दिनेश दधीचि ने डॉ.मालवीय की अनूदित पुस्तक "थिएटर के बाद" के संदर्भ में विभिन्न अनुवाद प्रविधि पर श्रोताओं का ध्यान खींचा और अपने द्वारा किए अंग्रेजी साहित्य के कवियों की कृतियों के हिंदी अनुवाद की बारीकियां को रेखांकित किया।
डॉ. प्रसून प्रसाद ने कार्यक्रम का कुशल एवं सफल संचालन किया।
कार्यक्रम के अंत में डॉ. अली अब्बास, अध्यक्ष, रूसी भाषा एवं उर्दू विभाग, पंजाब विश्वविद्यालय ने धन्यवाद प्रस्ताव रखा।
