सिरजणा केंद्र की तरफ़ से सुरिंदर सिंह नेकी रचित दसवें उपन्यास "नो मेंज _लैंड से शकीला" पर विचार विमर्श 31दिसंबर दिन रविवार को _ कंवर इकबाल सिंह

कपूरथला - क्षेत्र के साहित्यकारों की विश्व प्रसिद्ध संस्था सृजन केंद्र (रजि.) कपूरथला की कार्यकारिणी समिति की बैठक केंद्र के अध्यक्ष कवि कंवर इकबाल सिंह की अध्यक्षता में हुई! बैठक में वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रिंसिपल केवल सिंह रत्तरा, उपाध्यक्ष डॉ. अवतार सिंह भंडाल, सचिव आशु कमरा ने भाग लिया। वित्त सचिव मलकीत सिंह मीत और अवतार सिंह गिल द्वारा लिए गए निर्णय के अनुसार केंद्र के मूल सदस्य और विश्व प्रसिद्ध उपन्यासकार सुरिंदर सिंह नेकी का दसवां उपन्यास, दिनांक 31 दिसंबर, रविवार सुबह 10 बजे केंद्र के कार्यालय विरसा विहार में विचार मंथन का कार्यक्रम बनाया गया!

कपूरथला - क्षेत्र के साहित्यकारों की विश्व प्रसिद्ध संस्था सृजन केंद्र (रजि.) कपूरथला की कार्यकारिणी समिति की बैठक केंद्र के अध्यक्ष कवि कंवर इकबाल सिंह की अध्यक्षता में हुई! बैठक में वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रिंसिपल केवल सिंह रत्तरा, उपाध्यक्ष डॉ. अवतार सिंह भंडाल, सचिव आशु कमरा ने भाग लिया। वित्त सचिव मलकीत सिंह मीत और अवतार सिंह गिल द्वारा लिए गए निर्णय के अनुसार केंद्र के मूल सदस्य और विश्व प्रसिद्ध उपन्यासकार सुरिंदर सिंह नेकी का दसवां उपन्यास, दिनांक 31 दिसंबर, रविवार सुबह 10 बजे केंद्र के कार्यालय विरसा विहार में विचार मंथन का कार्यक्रम बनाया गया! प्रोफेसर बलदेव सिंह बल्ली और डॉ. राम मूर्ति इस उपन्यास पर पर्चा पढ़ेंगे! इस कार्यक्रम में प्रवासी पंजाबी लेखक दलजिंदर रहिल इटली मुख्य अतिथि होंगे । डॉ. हरजिंदर सिंह अटवाल और श्लींदरजीत सिंह राजन विशिष्ट अतिथि होंगे । केंद्र के अध्यक्ष कंवर इकबाल सिंह, प्रिंसिपल प्रोमिला अरोड़ा और सुरिंदर सिंह नेकी इसकी अध्यक्षता करेंगे ।
          केंद्र के अध्यक्ष ने बताया कि मास्टर सुरिंदर सिंह नेकी ने वर्ष 1984में ज़िला कपूरथला के गांव खालू में पढ़ाते हुए पहला नावल लिखा था, जो कि सृजना केंद्र में ही लोक अर्पित किया गया था। रिटायर होने के बाद अपने पुश्तैनी इलाके में रह कर एक दर्जन के करीब उपन्यास लिखे।

 केंद्र के अध्यक्ष शायर कंवर इकबाल सिंह ने विशेष रूप से बताया कि महासचिव शाहबाज़ खान कुछ दिनों के लिए पंजाब से बाहर गए है और आशु कुमरा और मलकीत सिंह संयुक्त रूप से मंच का संचालन करेंगे! मीडिया प्रभारी रजनी वालिया ने बताया कि प्रबंधन समिति द्वारा यह भी निर्णय लिया गया कि भविष्य में शीघ्र ही क्षेत्र के विभिन्न विद्यालयों एवं महाविद्यालयों में केंद्र द्वारा साहित्यिक कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे, जिससे नये लेखकों को प्रोत्साहित कर आगे लाया जा सके, लेखकों एवं साहित्य प्रेमियों को समय पर  कार्यक्रम में पहुंचने का अनुरोध किया गया है ।