श्रीमती गुरबचन कौर के नाम पर आयोजित स्मारक सेवा के दौरान विभिन्न वक्ताओं ने उनके परोपकारी जीवन की प्रशंसा की।

माहिलपुर, (17 दिसंबर) श्री बिशन चंद जी की पत्नी श्रीमती गुरबचन कौर जी (90) जिनका पिछले दिनों निधन हो गया। उनकी आत्मा की शांति के लिए श्री सुखमनी साहिब जी का पाठ और आज अंतिम अरदास गुरुद्वारा श्री गुरु रविदास जी गांव आलोवाल (शहीद भगत सिंह नगर) में की। इस अवसर पर संगतों के भरवे समागम के दौरान गांव के सरपंच तिलक राज जी ने कहा कि माता गुरबचन कौर जी दयालु स्वभाव की मालिक थीं। उन्होंने हमेशा अपने बच्चों को अच्छे संस्कार देकर जीवन में सफल बनाया।

माहिलपुर, (17 दिसंबर) श्री बिशन चंद जी की पत्नी श्रीमती गुरबचन कौर जी (90) जिनका पिछले दिनों निधन हो गया। उनकी आत्मा की शांति के लिए श्री सुखमनी साहिब जी का पाठ और आज अंतिम अरदास गुरुद्वारा श्री गुरु रविदास जी गांव आलोवाल (शहीद भगत सिंह नगर) में  की। इस अवसर पर संगतों के भरवे समागम के दौरान गांव के सरपंच तिलक राज जी ने कहा कि माता गुरबचन कौर जी दयालु स्वभाव की मालिक थीं। उन्होंने हमेशा अपने बच्चों को अच्छे संस्कार देकर जीवन में सफल बनाया।
उन्होंने कहा कि उनका बेटा पीएल सूद सेवानिवृत्त मुख्य बैंक प्रबंधक, राजिंदर पाल दुकानदार और उनकी दो बेटियां पुष्पा और जोगेश बाला अपने माता-पिता से मिले अच्छे संस्कारों की बदौलत अच्छा जीवन जी रहे हैं। इस अवसर पर पलविंदर सिंह सूद कानूगो जिला अध्यक्ष पटवार संघ शहीद भगत सिंह नगर ने अपने विचार साझा करते हुए कहा कि माता गुरबचन कौर जी के सुपुत्र श्री पीएल सूद, संविधान निर्माता बाबा साहब डॉ. भीम राव अंबेडकर जी के मिशन पर चलते हुए अधिक से अधिक समाज कल्याण के कार्यों में सहयोग दे रहे हैं। सेवानिवृत्त डीओ नजर राम मान ने कहा कि मृत्यु जीवन का एक अपरिहार्य सत्य है। जीवन और मृत्यु के बीच की अवधि को जीवन कहा जाता है। इस अवधि में हमें अपने परिवार, अपने पड़ोस और समाज के साथ हमेशा अच्छा व्यवहार करना चाहिए और सभी प्रकार के नशे और सामाजिक बुराइयों से बचना चाहिए। जाते समय, मनुष्य को सदैव धन्य श्री गुरु रविदास महाराज जी के दिखाए मार्ग पर चलने का प्रयास करना चाहिए।
कार्यक्रम के अंत में सेवानिवृत्त मुख्य बैंक प्रबंधक पीएल सूद ने अपने रिश्तेदारों, सज्जनों, मित्र नगर निवासियों और इस स्मृति सेवा में आए सभी लोगों का धन्यवाद किया। दास नवांशहर राजिंदर पाल आलोवाल सहित सामाजिक, राजनीतिक और धार्मिक क्षेत्र से जुड़े सम्मानित व्यक्तित्व फ़ील्ड मौजूद थे.