प्रथम पातशाही श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाशोत्सव को समर्पित धार्मिक समारोह का आयोजन किया गया

नई दिल्ली/गढ़शंकर, 29 नवंबर - प्रथम गुरु नानक देव जी की 554वीं जयंती को समर्पित एक धार्मिक समारोह राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष और भाजपा केंद्रीय संसदीय बोर्ड और चुनाव समिति के सदस्य सरदार इकबाल सिंह लालपुरा के आवास नई दिल्ली में आयोजित किया गया।

ई दिल्ली/गढ़शंकर, 29 नवंबर - प्रथम गुरु नानक देव जी की 554वीं जयंती को समर्पित एक धार्मिक समारोह राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष और भाजपा केंद्रीय संसदीय बोर्ड और चुनाव समिति के सदस्य सरदार इकबाल सिंह लालपुरा के आवास नई दिल्ली में आयोजित किया गया। 
समारोह की शुरुआत रहरास साहिब के पाठ से की गई, जिसके बाद श्री दरबार साहिब के मौजूदा रागी भाई कुलदीप सिंह खालसा और भाई गुरदेव सिंह ऑस्ट्रेलिया के जथेयां ने रसभिन्न कीर्तन सरवन कर संगत को शबद गुरु से जोड़ा।
कार्यक्रम के दौरान भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव बीएल संतोष, भारत के केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर, केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के राज्य मंत्री जॉन बारला, सांसद गौतम गंभीर सहित दिल्ली राज्य हज समिति के अध्यक्ष कौसर जहां, भारत इस्लामिक कल्चर सेंटर के सिराजुद्दीन कुरेशी के अलावा बौद्ध धर्म, जैन धर्म, ईसाई धर्म से जुड़े नेता और अन्य प्रमुख राजनीतिक, सामाजिक और धार्मिक हस्तियों ने भाग लिया।
इस कार्यक्रम में सभी धर्मों के नेताओं ने हिस्सा लिया और आपसी सौहार्द और भाईचारा बढ़ाने पर चर्चा की गई. अतिथियों का स्वागत चेयरमैन लालपुरा के पुत्र एवं भाजपा जिला रूपनगर अध्यक्ष अजयवीर सिंह लालपुरा ने किया।
इस मौके पर अध्यक्ष इकबाल सिंह लालपुरा ने कहा कि हम सभी गुरु नानक देव जी की 554वीं जयंती मना रहे हैं. उन्होंने सिख समुदाय के लिए अच्छे कार्यों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा की और उनके अच्छे स्वास्थ्य, लंबे जीवन और सफलता के लिए प्रार्थना की। सरदार लालपुरा ने कहा कि गुरु नानक देव जी की शिक्षाओं पर विचार आज के समय में दुनिया भर में शांति, भाईचारा और सद्भाव फैलाने में बहुत प्रासंगिक हैं।
उन्होंने कहा कि गुरु नानक देव जी ने जहां नाम जप, श्रम और वितरण का संदेश दिया, वहीं दुनिया को बिना किसी भेदभाव के महिलाओं का सम्मान करने का अवसर भी दिया। लालपुरा ने कहा कि उन्होंने समानता की विचारधारा को लंगर का रूप दिया, जहां जाति, धर्म का भेदभाव किए बिना पूरी मंडली एक ही पंक्ति में बैठ कर लंगर छकती है.
उन्होंने कहा कि यदि हम उनके संदेशों, शिक्षाओं को अपने दैनिक जीवन में अपनाएं, अपनी जीवनशैली और विचारों को उनके अनुरूप ढालें ​​तो निश्चित रूप से हम शांति की एक नई दुनिया पा सकेंगे और विकास का मार्ग बहुत सरल हो जाएगा।
इस अवसर पर अजयवीर सिंह लालपुरा ने श्रद्धालुओं को जगत गुरु श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाशोत्सव की बधाई दी। उन्होंने कहा कि गुरु साहिब ने समाज में कलम, विद्वता, विचार और चिंतक को अपने समय के आवश्यक सरोकारों से जुड़ने और उन परिस्थितियों में सार्थक भूमिका निभाने के लिए प्रोत्साहित किया। यदि हम समसामयिक स्थिति को बारीकी से देखें तो यह महसूस करना बहुत आसान है कि जिन सिद्धांतों और अवधारणाओं के आधार पर गुरु नानक देव जी ने सिख बौद्धिक परंपरा की नींव रखी, वे सिद्धांत या अवधारणाएँ हमारे वर्तमान समस्याएँ के समाधान के लिए बहुत तार्किक और प्रासंगिक हैं। इस अवसर पर राजनीतिक हस्तियों के अलावा भाजपा के राष्ट्रीय नेता, भारत सरकार के वरिष्ठ अधिकारी, वरिष्ठ आईएएस, आईपीएस, प्रसिद्ध वकील, पंजाब फिल्म उद्योग, साहित्य आदि से जुड़े लोग बड़ी संख्या में मौजूद थे।