
कृषि विज्ञान केंद्र ने स्कूली विद्यार्थियों को पराली न जलाने के प्रति जागरूक किया
पटियाला, 6 नवंबर: धान की पराली जलाने से रोकने के लिए पंजाब कृषि विश्वविद्यालय के कृषि विज्ञान केंद्र के अभियान के तहत सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल, सौजा जिला, पटियाला में एक जागरूकता सेमिनार आयोजित किया गया।
पटियाला, 6 नवंबर: धान की पराली जलाने से रोकने के लिए पंजाब कृषि विश्वविद्यालय के कृषि विज्ञान केंद्र के अभियान के तहत सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल, सौजा जिला, पटियाला में एक जागरूकता सेमिनार आयोजित किया गया।
इस अवसर पर विद्यार्थियों के लिए धान की पराली न जलाने के संबंध में निबंध लेखन, भाषण एवं चित्रकला प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं। सेमिनार की वक्ता डॉ. गुरुउपदेश कौर, प्रोफेसर (पादप विज्ञान) एवं प्रभारी, केवीके, पटियाला ने पराली जलाने से होने वाले नुकसान के बारे में जानकारी दी और विद्यार्थियों को इस जागरूकता अभियान में जिम्मेदार भूमिका निभाने के लिए प्रेरित किया।
डॉ। रजनी गोयल, प्रोफेसर (खाद्य विज्ञान) और डॉ. रचना सिंगला, प्रोफेसर (बागवानी), केवीके पटियाला ने धान की पराली को संभालने के लिए अपनाई गई विभिन्न तकनीकों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने छात्रों को समय की आवश्यकता के अनुसार पर्यावरण को बचाने के लिए कृषि पद्धतियों में बदलाव लाने के लिए प्रेरित किया।
डॉ. रजनी गोयल ने जंक फूड से होने वाले नुकसान के बारे में जानकारी साझा की। डॉ। रचना सिंगला ने मशरूम की खेती में धान की पराली के प्रयोग के बारे में जानकारी दी। यह सेमिनार प्रिंसिपल श्रीमती सुखम चहल और अंग्रेजी लेक्चरर श्री भगवंत सिंह के नेतृत्व में आयोजित किया गया था। इन प्रतियोगिताओं के विजेताओं को प्रोत्साहित करने के लिए विद्यार्थियों को मेडल भी दिये गये। इस अवसर पर विद्यार्थियों द्वारा पराली न जलाने का संदेश देते हुए गिद्ध भी प्रस्तुत किया गया।
