सड़कों के गड्ढे भरने वाले और सड़क से कांटे हटाने वाले को नेक इंसान कहा जाता था।इस संबंध में लेबर पार्टी के अध्यक्ष जय गोपाल धीमान और नरेंद्र सिंह के नेतृत्व में प्रदर्शन किया गया। सड़क की बेहद
खस्ता हालत को लेकर पंजाब सरकार की गपशप नीतियों के खिलाफ माहिलपुर कोर्ट के पास बैठक हुई। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार सड़कों को बेहद खराब हालत में रखकर पंजाब और देश के लोगों को राष्ट्रीय क्षति पहुंचा रही है। इन
खराब सड़कों पर हर दिन वाहन और दुर्घटनाएं हो रही हैं और पंजाब के मुख्यमंत्री सो रहे हैं। धीमान उन्होंने कहा कि इन जर्जर सड़कों पर उत्पन्न होने वाले महीन धूल कण लोगों को कैंसर, अस्थमा और त्वचा रोगों से पीड़ित कर रहे हैं, जिसे
देखते हुए स्वास्थ्य विभाग पंजाब सरकार भी चुप बैठी है। अन्य कैंसर, अस्थमा, चर्म रोग, पानी आसमान से नहीं गिरता इसलिए पंजाब सरकार पूरी तरह से जिम्मेदार है। ये सड़कें लोगों, जानवरों और पर्यावरण की हालत खराब कर रही हैं और
पंजाब सरकार तोड़ रही है स्वास्थ्य का वादा। हाल ही में, अगस्त में इसका उद्घाटन किया गया था लेकिन सड़क बनाने का गलत तरीका पूरी तरह से अज्ञानतापूर्ण है।
सड़कों के गड्ढे भरने वाले और सड़क से कांटे हटाने वाले को नेक इंसान कहा जाता था।इस संबंध में लेबर पार्टी के अध्यक्ष जय गोपाल धीमान और नरेंद्र सिंह के नेतृत्व में प्रदर्शन किया गया। सड़क की बेहद खस्ता हालत को लेकर पंजाब सरकार की गपशप नीतियों के खिलाफ माहिलपुर कोर्ट के पास बैठक हुई। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार सड़कों को बेहद खराब हालत में रखकर पंजाब और देश के लोगों को राष्ट्रीय क्षति पहुंचा रही है। इन खराब सड़कों पर हर दिन वाहन और दुर्घटनाएं हो रही हैं और पंजाब के मुख्यमंत्री सो रहे हैं। धीमान उन्होंने कहा कि इन जर्जर सड़कों पर उत्पन्न होने वाले महीन धूल कण लोगों को कैंसर, अस्थमा और त्वचा रोगों से पीड़ित कर रहे हैं, जिसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग पंजाब सरकार भी चुप बैठी है। अन्य कैंसर, अस्थमा, चर्म रोग, पानी आसमान से नहीं गिरता इसलिए पंजाब सरकार पूरी तरह से जिम्मेदार है। ये सड़कें लोगों, जानवरों और पर्यावरण की हालत खराब कर रही हैं और पंजाब सरकार तोड़ रही है स्वास्थ्य का वादा। हाल ही में, अगस्त में इसका उद्घाटन किया गया था लेकिन सड़क बनाने का गलत तरीका पूरी तरह से अज्ञानतापूर्ण है। धीमल ने कहा कि माहिलपुर से कोट फतूही तक करीब 13 किलोमीटर ही सड़क है, जो पंजाब का खस्ता हाल है और पंजाब सरकार गहरी नींद में सो रही है। लोग अलग-अलग गांवों से अपना घरेलू सामान लेने आते हैं। बच्चे भी जाते हैं। साइकिल पर स्कूल और सरकारी पास। इस सड़क से बसें, ट्रांसपोर्टर और टैक्सी चालक जालंधर, फगवाड़ा, बंगा, नवांशहर जाते रहते हैं। इलाके के लोग कई बार विरोध प्रदर्शन कर पंजाब सरकार के खिलाफ आवाज उठा चुके हैं और पंजाब सरकार का ध्यान मांगा है। उन्होंने कहा कि जब बारिश होती है तो सड़क कीचड़युक्त हो जाती है और जब सड़क सूखी होती है तो धूल भरी हो जाती है। उन्होंने कहा कि पंजाब की प्रगति और विकास की वास्तविक स्थिति इस सड़क को देखकर पता लगाया जा सकता है। इस सड़क पर सड़क सुरक्षा नियम कौन लागू करेगा और जबरा के निशान कहां हैं? उन्होंने कहा कि ट्रैफिक पुलिस इन टूटी सड़कों पर जुर्माना लगाती रहती है। यह सब बिना किसी प्रावधान के किया जा रहा है। धीमान कहा कि पंजाब सरकार लोगों से पेट्रोल, डीजल और अन्य पदार्थों पर इतना टैक्स वसूलती है कि उस टैक्स का इस्तेमाल सड़कों पर किया जाना चाहिए। यह कहां गायब हो रहा है? गढ़शंकर तहसील की सभी सड़कों की हालत बेहद खराब है। इन पर एंबुलेंस चलाना खतरे से खाली नहीं है। अगर लोग सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाते हैं तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाती है, लेकिन अब अगर पंजाब सरकार धीमान ने इस आग की खस्ता हालत के बारे में पंजाब राज्य मानवाधिकार आयोग में शिकायत दर्ज की और लिखा कि पंजाब सरकार लोगों के बुनियादी संवैधानिक अधिकारों के साथ खिलवाड़ कर रही है और जानबूझकर सड़क न बनाने से क्षेत्र के विकास को नुकसान पहुंच रहा है। उन्होंने लोगों से अपील की कि इस मुद्दे को लेकर लोगों को साथ लेकर जनहित आंदोलन तेज किया जाएगा। सड़कों की जर्जर हालत जसविंदर सिंह, गुरमिंदर सिंह, सोढ़ी रसूलपुरी, दीपक कुमार, राकेश कुमार, नरेश कुमार, विपन, सन्नी, गुरुमीत लाल, संजीव कुमार और हरजिंदर सिंह और हरबंस सिंह मौजूद थे।