लहसुन और धनिये के दाम छू रहे हैं 'आसमान'

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"सफलता का कोई रहस्य नहीं है। यह तैयारी, कड़ी मेहनत और विफलता से सीखने का परिणाम है।"
शिमला- राजधानी शिमला में लोग लहसुन और हरी धनिया खरीदने से बच रहे हैं क्योंकि इनकी कीमत 400 रुपये प्रति किलो है. 10-10 रुपये प्रति गठी बिकने वाले हरे धनिये के दाम भी आसमान छू रहे हैं. हरे धनिये की कीमत 400 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गयी है. सब्जी बाजार से हरी मटर गायब हो गयी है और शनिवार को इसकी कीमत 160 से 180 रुपये प्रति किलो चल रही थी. रविवार को मंडी में मटर खरीद के लिए उपलब्ध नहीं थी।
शिमला- राजधानी शिमला में लोग लहसुन और हरी धनिया खरीदने से बच रहे हैं क्योंकि इनकी कीमत 400 रुपये प्रति किलो है. 10-10 रुपये प्रति गठी बिकने वाले हरे धनिये के दाम भी आसमान छू रहे हैं. हरे धनिये की कीमत 400 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गयी है.
सब्जी बाजार से हरी मटर गायब हो गयी है और शनिवार को इसकी कीमत 160 से 180 रुपये प्रति किलो चल रही थी. रविवार को मंडी में मटर खरीद के लिए उपलब्ध नहीं थी। आज मटर केवल लाहौल-स्पीति और किन्नौर जिलों में ही उगाया जाता है और बारिश के कारण सड़कें खराब होने के कारण इसकी खेप शिमला की सब्जी मंडी तक नहीं पहुंच पाती है। मटर की अधिक खपत और कम आपूर्ति के कारण इसकी कीमतें आसमान छू रही हैं।
बाजार में प्याज और टमाटर के दाम भी 60 रुपये प्रति किलो चल रहे हैं, वहीं कुछ अन्य सब्जियों के दाम भी बढ़ गए हैं, जिसके कारण ये सब्जियां लोगों की थाली से गायब हो गई हैं. बीन्स, पत्तागोभी और गाजर की कीमत भी 60 रुपये प्रति किलोग्राम है, जबकि शिमला मिर्च और बैंगन की कीमत 50 रुपये प्रति किलोग्राम है।
22-05-2025 09:47:44