भाई दित्त सिंह जी के नाम पर यूनिवर्सिटी में चेयर स्थापित करे सरकार - राष्ट्रीय अध्यक्ष हरदेव बोपाराय

लुधियाना - सिंह सभा आंदोलन के संस्थापक और पंजाबी पत्रकारिता के जनक और महान सिख विद्वान पंथ रतन भाई दित्त सिंह ज्ञानी जी की 123वीं स्मृति में समाज सेवा संगठन डॉ. भीम राव अंबेडकर इंटरनेशनल सोसायटी के सहयोग से एवं श्री गुरु रविदास फेडरेशन पंजाब द्वारा गांव नूरपुर बेट स्थित गुरुद्वारा में गुरु रविदास एवं समूह प्रबंधक कमेटी द्वारा भाई दीत सिंह ज्ञानी जी के जीवन दर्शन पर प्रकाश डाला गया।

लुधियाना - सिंह सभा आंदोलन के संस्थापक और पंजाबी पत्रकारिता के जनक और महान सिख विद्वान पंथ रतन भाई दित्त सिंह ज्ञानी जी की 123वीं स्मृति में समाज सेवा संगठन डॉ. भीम राव अंबेडकर इंटरनेशनल सोसायटी के सहयोग से एवं श्री गुरु रविदास फेडरेशन पंजाब द्वारा गांव नूरपुर बेट स्थित गुरुद्वारा में गुरु रविदास एवं समूह प्रबंधक कमेटी द्वारा भाई दीत सिंह ज्ञानी जी के जीवन दर्शन पर प्रकाश डाला गया।
इस मौके पर संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष हरदेव सिंह बोपाराय ने पंजाब सरकार से मांग की कि किसी यूनिवर्सिटी में भाई दित्त सिंह ज्ञानी जी के नाम पर चेयर स्थापित की जाए। उन्होंने कहा कि भाई दित्त सिंह ज्ञानी जी सिख धर्म के विद्वान रहे हैं, जिन्होंने 19वीं सदी में ब्रिटिश शासन के दौरान सिख प्रचार के केंद्र गुरुद्वारों पर कब्जे के दौरान गुरुद्वारों में पूजा बंद करने के लिए कड़ा संघर्ष किया। ऐसे कठिन समय में सिख धर्म की उन्नति के लिए संघर्ष करने वाले मरजीवदे भाई दित्त सिंह ज्ञानी जी का नाम भी सामने आना चाहिए।
 इस मौके पर अमरीक सिंह संधू नूरपुर बीट सर्कल अध्यक्ष ने शिरोमणि कमेटी से अनुरोध करते हुए कहा कि शिरोमणि कमेटी को भी अपने किसी शिक्षण संस्थान में विभाग का नाम भाई दित्त सिंह ज्ञानी जी के नाम पर रखना चाहिए। इस दौरान गुरुद्वारा गुरु रविदास नूरपुर वेट के हेड ग्रंथी भाई बलजीत सिंह, गुरुद्वारा साहिब के अध्यक्ष सिकंदर सिंह, अमरीक सिंह संधू, हरदेव सिंह बोपाराय, अविंदर सिंह खालसा, तरणप्रीत सिंह खालसा, बलजीत सिंह खालसा, रूबल प्रीत सिंह आदि मौजूद रहे।