
मासिक बैठक में संस्थापक अध्यक्ष श्री सेवी रायतजी को याद किया गया
चंडीगढ़:- साहित्य विज्ञान केंद्र चंडीगढ़ की मासिक गोष्ठी में इसके संस्थापक अध्यक्ष श्री सेवी रायतजी को याद किया गया। केन्द्र अध्यक्ष गुरदर्शन सिंह मावी ने आज के कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की तथा सभी का स्वागत किया। डॉ. अवतार सिंह पतंगजी ने कहा कि रायतजी व्यवसाय करते थे लेकिन उन्हें साहित्य का बहुत शौक था। उनके द्वारा बनाई गई संस्था साहित्य विज्ञान केंद्र की अच्छी प्रतिष्ठा है।
चंडीगढ़:- साहित्य विज्ञान केंद्र चंडीगढ़ की मासिक गोष्ठी में इसके संस्थापक अध्यक्ष श्री सेवी रायतजी को याद किया गया। केन्द्र अध्यक्ष गुरदर्शन सिंह मावी ने आज के कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की तथा सभी का स्वागत किया। डॉ. अवतार सिंह पतंगजी ने कहा कि रायतजी व्यवसाय करते थे लेकिन उन्हें साहित्य का बहुत शौक था। उनके द्वारा बनाई गई संस्था साहित्य विज्ञान केंद्र की अच्छी प्रतिष्ठा है।
हरबंस सिंह सोढ़ी, दर्शन सिंह सिद्धू, पाल अजनबी, परमजीत परम ने रैतजी के साथ अपने जुड़ाव का जिक्र किया। अध्यक्षता समिति में पूर्व जिला एवं सत्र न्यायाधीश + रेरा सदस्य पंजाब सरदार जेएस खुशदिल, उस्ताद गजल-गो श्री सिरी राम अर्श, श्रीमती सुदर्शन रायत, केंद्र अध्यक्ष गुरदर्शन सिंह मावी शामिल थे। श्री सेवी रयातजी द्वारा लिखित और बाद में मुद्रित पुस्तक का प्रेसिडियम द्वारा विमोचन किया गया। कवि-दरबार की शुरुआत सिमरजीत कौर ग्रेवाल के गाए गीत से हुई।
बूर सिंह, रेखा मित्तल, नरिंदर कौर लोंगिया, विजय कपूर, हरविंदर चट्ठा, सुरिंदर कुमार, राजिंदर सिंह धीमान ने कविताओं के माध्यम से सामाजिक मुद्दे उठाए। लाभ सिंह लाहली, तरसेम राज, रानी सुमन, सोहन सिंह बनीपाल, दर्शन टिवाणा, गुरदास सिंह दास ने गीतों के माध्यम से रयातजी को श्रद्धांजलि दी। नीलम राणा, राजविंदर सिंह गद्दू, मिक्की पासी, अभिनव राणा, रतन सिंह सोढ़ी ने डॉ. को लेकर राजनीतिक व्यंग्य किये. सुधा मेहता, आशा शर्मा, राजिंदर रेनू, चरणजीत कौर बाथ, राखी सुब्रमण्यम ने कविताएं सुनाकर समां बांध दिया। ख़ुशदिल जी ने श्री रायत जी के साथ बिताए अच्छे समय के बारे में बात की।
अच्छे कर्मों के कारण ही व्यक्ति अच्छे पदचिह्न छोड़ता है। उन्होंने आज के सुन्दर कार्यक्रम की सराहना की। श्री सिरी राम अराश जी ने बताया कि सेवी रयात जी ने ग़ज़ल की 10 किताबें लिखी हैं जो ऊंची सोच का प्रतीक हैं। खुशदिल जी एवं श्रीमती सुदर्शन कौर जी को सम्मान बैज एवं शॉल भेंट कर सम्मानित किया गया।
मंच संचालन दविंदर कौर ढिल्लों ने बहुत अच्छे से किया। इस मौके पर जसपाल सिंह देसुवी, बीआर रंगारा, बहादुर सिंह गोसल, ध्यान सिंह काहलों, हरिंदर हर, रतन बाबकवाला, प्यारा सिंह राही, जगतार जोग, हरभजन कौर ढिल्लों, आदर्श पाल सिंह रायत, विश्व पाल सिंह रायत, परमजीत सिंह , खुशबीर सिंह, बलविंदर सिंह ढिल्लों, कृष्ण गोयल, अभिनव राणा, नरिंदर सिंह, परलाद सिंह, गुरमेल सिंह मौजौवाल, नीलम नारंग, दविंदर कौर बाथ, परमिंदर पारेम, अंशुकर महेश, चरणजीत कलेर, केवल कृष्ण, एएस खुराना, जवाहर सिंह, कंवलदीप कौर, डॉ. नीना सैनी, अश्वनी कुमार सचदेवा मौजूद रहे।
