नेत्रदान महादान अंधों के लिए वरदान है - कोमल मित्तल

होशियारपुर - मरना सच है, और जीना झूठ है इस दुनिया में जो भी इंसान आता है उसे एक ना एक दिन जाना ही पड़ता है, लेकिन हर इंसान को अपने जीवन में कुछ ऐसे काम करने चाहिए, जिससे उसके जाने के बाद भी लोग उसे याद रखें। ये विचार आज डिप्टी कमिश्नर होशियारपुर कोमल मित्रा ने नेत्रदान प्रभारी टांडा भाई बरिंदर सिंह मसीती के साथ बातचीत के दौरान व्यक्त किये।

होशियारपुर - मरना सच है, और जीना झूठ है इस दुनिया में जो भी इंसान आता है उसे एक ना एक दिन जाना ही पड़ता है, लेकिन हर इंसान को अपने जीवन में कुछ ऐसे काम करने चाहिए, जिससे उसके जाने के बाद भी लोग उसे याद रखें। ये विचार आज डिप्टी कमिश्नर होशियारपुर कोमल मित्रा ने नेत्रदान प्रभारी टांडा भाई बरिंदर सिंह मसीती के साथ बातचीत के दौरान व्यक्त किये।
इस संबंध में जानकारी देते हुए भाई बरिंदर सिंह मसीती ने कहा कि इंसान को जीते जी रकअत दान करना चाहिए और मरने के बाद आंखें और शरीर दान करना चाहिए। जिससे किसी जरूरतमंद व्यक्ति को लाभ मिल सके। भाई मसीतजी ने कहा कि श्रीमती कोमल मित्तल ने कहा कि अंधे व्यक्ति के लिए इस संसार में आना बहुत कठिन है। जिसके लिए उन्होंने आई डोनेशन एसोसिएशन होशियारपुर और भाई बरिंदर सिंह मसीती द्वारा मानवता की भलाई के लिए किए जा रहे कार्यों की सराहना की। उपायुक्त ने कहा कि किसी मृत व्यक्ति द्वारा दान की गई आंखें किसी अंधे व्यक्ति के लिए किसी वरदान से कम नहीं हैं, बल्कि एक मृत व्यक्ति मरने के बाद भी किसी और के शरीर के माध्यम से इस दुनिया में जीवित रह सकता है। किसी मृत व्यक्ति की आंखें मृत्यु के चार से छह घंटे के भीतर दान की जा सकती हैं।
डिप्टी कमिश्नर कोमल मित्तल ने कहा कि किसी भी अंधे व्यक्ति की आंखों की पुतली का मुफ्त ऑपरेशन करने के लिए रोटरी क्लब होशियारपुर मिड टाउन, नेत्र दान संस्थान होशियारपुर, पूर्व डिप्टी डायरेक्टर पंजाब डॉ. केवल सिंह टांडा, भाई वरिंदर सिंह मसीती नेत्र दाता प्रभारी टांडा और सभी सिविल अस्पताल के एसएमओ से भी संपर्क कर सकते हैं इस मौके पर डिप्टी कमिश्नर होशियारपुर ने कहा कि आंखों की पुतली का मुफ्त ऑपरेशन आई डोनेशन एसोसिएशन होशियारपुर और अन्य सहयोगी संस्थाओं द्वारा मानवता की भलाई के लिए शुरू की गई एक सराहनीय पहल है, जिसका जरूरतमंद लोगों को लाभ उठाना चाहिए।