मासिक धर्म के दौरान शरीर की स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें - डॉ. सीमा गर्ग

होशियारपुर - स्वास्थ्य विभाग के निर्देशानुसार और सिविल सर्जन डॉ. बलविंदर कुमार के निर्देशानुसार सिविल सर्जन कार्यालय के प्रशिक्षण हॉल में "विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस" ​​के अवसर पर एक जागरूकता सेमिनार आयोजित किया गया। जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. सीमा गर्ग की अध्यक्षता में हुए इस सेमिनार में एएमओ आरबीएस की डॉ. मनदीप कौर, डिप्टी मास मीडिया ऑफिसर रमनदीप कौर, जिला बीसीसी कोऑर्डिनेटर अमनदीप सिंह, शहरी आशा वर्कर और एएनएम ट्रेनिंग स्कूल के विद्यार्थियों ने भाग लिया।

होशियारपुर - स्वास्थ्य विभाग के निर्देशानुसार और सिविल सर्जन डॉ. बलविंदर कुमार के निर्देशानुसार सिविल सर्जन कार्यालय के प्रशिक्षण हॉल में "विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस" ​​के अवसर पर एक जागरूकता सेमिनार आयोजित किया गया। जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. सीमा गर्ग की अध्यक्षता में हुए इस सेमिनार में एएमओ आरबीएस की डॉ. मनदीप कौर, डिप्टी मास मीडिया ऑफिसर रमनदीप कौर, जिला बीसीसी कोऑर्डिनेटर अमनदीप सिंह, शहरी आशा वर्कर और एएनएम ट्रेनिंग स्कूल के विद्यार्थियों ने भाग लिया।
 इस अवसर पर पंजाब नेशनल बैंक के मैनेजर जितिंदर बंसल विशेष रूप से उपस्थित रहे और स्वास्थ्य अधिकारियों के सहयोग से छात्राओं को सेनेटरी नैपकिन और सैनिटाइजर वितरित किए गए। स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा जागरूकता सामग्री एवं जलपान भी वितरित किया गया। सेमिनार के दौरान सभी ने लाल रिबन बांधकर मासिक धर्म के प्रति जागरूकता लाने का संकल्प लिया। सेमिनार को संबोधित करते हुए डॉ. सीमा गर्ग ने कहा कि मासिक धर्म के बारे में जागरूकता पैदा करने और लड़कियों को सुरक्षित और स्वच्छ नियमों के बारे में शिक्षित करने के लिए हर साल 28 मई को "मासिक धर्म स्वच्छता दिवस" ​​​​मनाया जाता है। मासिक धर्म एक ऐसा मुद्दा है जिस पर खुलकर चर्चा होनी चाहिए, क्योंकि यह हर महिला और उसके अच्छे स्वास्थ्य का मामला है। इन दिनों में सामान्य दिनों की तुलना में अधिक साफ-सफाई का ध्यान रखना चाहिए, ताकि किसी भी प्रकार के संक्रमण की संभावना न रहे। उन्होंने कहा, मासिक धर्म कोई बीमारी नहीं है, बल्कि किशोरावस्था के दौरान लड़कियों में होने वाले आंतरिक बदलाव की एक स्वाभाविक प्रक्रिया है, इसलिए चिंता, डर या शर्मिंदा होने की कोई बात नहीं है। डॉ. मनदीप कौर ने मासिक धर्म के कारणों, मासिक धर्म चक्र और इसके प्रवाह को प्रबंधित करने के विभिन्न तरीकों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने मासिक धर्म को लेकर समाज में व्याप्त भ्रांतियों का खंडन करते हुए कहा कि मासिक धर्म के दौरान दैनिक कार्यों में कोई बाधा नहीं आती है. मासिक धर्म के दौरान सेनेटरी नैपकिन के उपयोग, उपयोग किए गए सेनेटरी नैपकिन के निपटान और मासिक धर्म के दौरान शारीरिक स्वच्छता के संबंध में महत्वपूर्ण उपायों के बारे में जानकारी दी गई। उन्होंने कहा कि मासिक धर्म के दौरान रोजाना नहाएं और साफ कपड़े पहनें, हर 4-6 घंटे में पैड बदलती रहें। मासिक धर्म के दौरान पौष्टिक भोजन के साथ-साथ आयरन से भरपूर हरी सब्जियों का सेवन करना चाहिए ताकि शरीर में खून की कमी न हो। ताजे फल और सब्जियों का सेवन करें। इसके अलावा फाइबर से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करें। ज्यादा तला-भुना और तैलीय खाना खाने से बचें।
इस मौके पर डिप्टी मास मीडिया ऑफिसर रमनदीप कौर ने कहा कि हम 21वीं सदी में जी रहे हैं लेकिन मासिक धर्म जैसे अहम मुद्दे पर चर्चा करने में आज भी झिझकते हैं। अन्य स्वास्थ्य समस्याओं से बचने के लिए हम सभी को अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहने की आवश्यकता है। यदि मासिक धर्म के बारे में आपके कोई प्रश्न हैं, तो अपनी शिक्षिका, माँ, बड़ी बहन या भाभी से बात करने में संकोच न करें।