इलेक्ट्रिक व्हीकल होंगे सस्ते, पॉवरफुल और अधिक सुरक्षित

चंडीगढ़: 13 अप्रैल, 2024:- इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के अंतिम वर्ष के छात्र हृदय अग्रवाल, मोहित टुटेजा और उमेश सिक्का की टीम ने हाल ही में 15 मार्च 2024 को आयोजित बजाज के ओएचएम चैलेंज के ग्रैंड फिनाले में पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज का प्रतिनिधित्व किया। बजाज ने हाल ही में टॉर्क और ओम चैलेंज का आयोजन किया था। कुछ शीर्ष आईआईटी, एनआईटी, आईआईएससी बैंगलोर और पीईसी चंडीगढ़ सहित भारत के 29 प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग परिसरों से 1200 टीमों ने इसमें भाग लिया।

- PEC के विद्यार्थियों ने इनोवेट किया एक स्पेशल ट्रैक्शन सिस्टम डिज़ाइन
- इस डिज़ाइन पर तैयार EV पर खरीदारों को भी निवेश पर मिलेगा अच्छा रिटर्न
- बजाज द्वारा आयोजित चैलेंज में ग्रैंड फाइनलिस्ट और कैंपस विजेता बने PEC के 3 छात्र
- 30,000/- रुपये नकद पुरस्कार के रूप में भी जीते

चंडीगढ़: 13 अप्रैल, 2024:- इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के अंतिम वर्ष के छात्र हृदय अग्रवाल, मोहित टुटेजा और उमेश सिक्का की टीम ने हाल ही में 15 मार्च 2024 को आयोजित बजाज के ओएचएम चैलेंज के ग्रैंड फिनाले में पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज का प्रतिनिधित्व किया। बजाज ने हाल ही में टॉर्क और ओम चैलेंज का आयोजन किया था।  कुछ शीर्ष आईआईटी, एनआईटी, आईआईएससी बैंगलोर और पीईसी चंडीगढ़ सहित भारत के 29 प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग परिसरों से 1200 टीमों ने इसमें भाग लिया।

इस चैलेंज का समापन पुणे स्थित बजाज हेडक्वाटर्स में हुआ। ये 3 छात्र ग्रैंड फाइनलिस्ट और कैंपस विजेता बने और इसके साथ ही उन्होंने 30,000/- रुपये नकद पुरस्कार के रूप में भी जीते। जिस से डॉ. क्रिश्चियन डेंज (चेतक टेक्नोलॉजी लिमिटेड के सीटीओ), श्री राम तिलक (टीएनवी प्रमुख), और श्री कैलाश ज़ांज़ारी (बजाज समूह के विनिर्माण प्रमुख) द्वारा उन्हें सम्मानित किया गया। पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज चंडीगढ़ के छात्रों की टीम ने एक सावधानीपूर्वक तैयार किए गए ट्रैक्शन सिस्टम डिज़ाइन को प्रस्तुत किया, जिसमें एक स्पेसिफाइएड इनपुट वोल्टेज के साथ एक परमानेंट मैगनेट सिंक्रोनस मोटर (पीएमएसएम) को पॉवर देने के लिए एक इन्वर्टर को इनोवेट किया। इस डिज़ाइन ने महत्वपूर्ण चुनौतियों को संबोधित किया, जिसमें हाई पॉवर ट्रांसमिशन के परिणामस्वरूप कनेक्टिंग केबलों के रिस्ट्रिक्टेड बेन्डिंग रेडियस के साथ, इन्वर्टर के लिए एक उचित कंट्रोल स्ट्रेटेजी को डेवॅलप करना और लो इनपुट वोल्टेज की स्थितियों के तहत सिस्टम का संचालन करना शामिल था। भारत में इलेक्ट्रिक वाहन लोकप्रिय हो रहे हैं और विद्यार्थिओं द्वारा प्रस्तावित प्रणाली ईवी को और भी अधिक  सस्ता, अधिक शक्तिशाली और सुरक्षित बनाने में सहायता करेगी, जिससे खरीदारों को निवेश पर अच्छा रिटर्न मिलेगा। प्रतियोगिता में कॉगनिटिव स्किल्स, ईवी (इलेक्ट्रिक वाहन) डिजाइन में निर्णय लेने और इनोवेटिव थिंकिंग का परीक्षण किया गया। छात्रों ने अपनी कड़ी मेहनत का श्रेय ईवीएस के क्षेत्र में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग से डॉ. शिमी एस.एल. और  डॉ. अजय सिंह के सावधानीपूर्वक मार्गदर्शन को दिया।

पीईसी के निदेशक प्रो. (डॉ.) बलदेव सेतिया जी ने विजेता टीम को बधाई दी और रीसर्च, इनोवेशन और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में उनके भविष्य के लिए शुभकामनाएं भी दीं। प्रोफेसर-इन-चार्ज, सीडीजीसी, डॉ. पूनम सैनी, फैकल्टी कोऑर्डिनेटर्स, डॉ. अंकित यादव और रजिस्ट्रार पीईसी, कर्नल आरएम जोशी जी ने छात्रों को उनकी उपलब्धियों को और अधिक मान्य करने के लिए प्रोत्साहित किया और उन्हें  भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में अपना सार्थक योगदान जारी रखने के लिए प्रेरित किया। पूरा पीईसी परिवार उन पर गर्व महसूस कर रहा है।