दसवीं दा दिहाड़ा श्रद्धापूर्वक उत्साहपूर्वक मनाया गया

एसएएस नगर, 18 अप्रैल - नजदीकी गांव सोहाना के ऐतिहासिक गुरुद्वारा सिंह शहीदां में दसवीं दा दिहाड़ा बड़ी श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाई गई। इस दिन की खुशी में सुबह श्री सहज पाठ साहिब जी के भोग के बाद दिनभर धार्मिक समारोह का आयोजन किया गया। इस धार्मिक आयोजन में भाई रणजीत सिंह बठिंडा के अंतरराष्ट्रीय ढाडी जत्था ने ढाडी वॉर में खालसा पंथ के आयोजन के प्रसंग को विस्तार से बताया। भाई परमिंदर सिंह हजूरी रागी गुरुद्वारा श्री तरनतारन साहिब ने अपने रस भीने कीर्तन के माध्यम से भक्तों को गुरु से जोड़ने का प्रयास किया। लुधियाना के सरोमणि प्रचारक भाई जरनैल सिंह ने अपने प्रवचनों के माध्यम से खालसा पंथ की माता साहिब कौर की जीवन कहानी और खंडे बाटे की अमृत की महिमा बताई और भक्तों को अमृत पीने और गुरु वाले बनने के लिए प्रेरित किया।

एसएएस नगर, 18 अप्रैल - नजदीकी गांव सोहाना के ऐतिहासिक गुरुद्वारा सिंह शहीदां में दसवीं दा दिहाड़ा बड़ी श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाई गई। इस दिन की खुशी में सुबह श्री सहज पाठ साहिब जी के भोग के बाद दिनभर धार्मिक समारोह का आयोजन किया गया।
इस धार्मिक आयोजन में भाई रणजीत सिंह बठिंडा के अंतरराष्ट्रीय ढाडी जत्था ने ढाडी वॉर में खालसा पंथ के आयोजन के प्रसंग को विस्तार से बताया। भाई परमिंदर सिंह हजूरी रागी गुरुद्वारा श्री तरनतारन साहिब ने अपने रस भीने कीर्तन के माध्यम से भक्तों को गुरु से जोड़ने का प्रयास किया। लुधियाना के सरोमणि प्रचारक भाई जरनैल सिंह ने अपने प्रवचनों के माध्यम से खालसा पंथ की माता साहिब कौर की जीवन कहानी और खंडे बाटे की अमृत की महिमा बताई और भक्तों को अमृत पीने और गुरु वाले बनने के लिए प्रेरित किया।
इसके अलावा भाई सुरिंदर सिंह गुरुद्वारा श्री दुःख निवारण साहिब पटियाला, भाई गुरसेवक सिंह हजूरी रागी गुरुद्वारा श्री नाढा साहिब, भाई जसमेर सिंह अंतरराष्ट्रीय ढाडी जत्था, मित्र प्यारे को कीर्तनी जत्था, भाई दविंदर सिंह गुरुद्वारा गुरशब्द प्रकाश, बाबा दीप सिंह कविश्री जत्था, भाई सुखविंदर सिंह के जत्थों के अलावा गुरुद्वारा सिंह के शहीद भाई इंद्रजीत सिंह, भाई हरबख्श सिंह, भाई गुरुमीत सिंह, भाई जसविंदर सिंह और भाई जसवंत सिंह की उपस्थिति ने कथा, कीर्तन, कविशरी और गुरमति विचारों के माध्यम से पूरे दिन संगत को हरि जस सुनाया। सभी जत्थों को सिरोपा देकर सम्मानित किया गया। पूरे दिन गुरु का लंगर चला।
इस अवसर पर आयोजन समिति के प्रवक्ता ने कहा कि आगामी 20 अप्रैल को शिरोमणि भगत धन्ना जी की जयंती बड़े ही श्रद्धा व हर्षोल्लास के साथ मनाई जायेगी. इस दिन सुबह 9 बजे श्री सहज पाठ साहिब जी के भोग के बाद श्री दरबार साहिब अमृतसर के हजूरी रागी जत्था इंटरनेशनल ढाडी और उच्च कोटि के पंथ के प्रसिद्ध प्रचारक पूरे दिन भजन-कीर्तन कर श्रद्धालुओं को निहाल करेंगे। गुरु का लंगर बरताया जाएगा।