
भगतजी स्मृति रक्तदान शिविर में 41 लोगों ने रक्तदान किया।
नवांशहर - मानव सेवा के पुंज भगत पूर्ण सिंह जी की 120वीं जयंती को समर्पित स्वैच्छिक रक्तदान शिविर स्थानीय बीडीसी में आयोजित किया गया। जिसमें 41 रक्तदाताओं ने रक्तदान किया। शिविर का उद्घाटन नेत्रदान संस्थान के अध्यक्ष डॉ. जेडी वर्मा, जेएस गिद्दा, पीआर कालिया, डॉ. अजय बग्गा, प्रबंधक मनमीत सिंह, नरिंदरपाल पूर्व पोस्ट मास्टर, युवराज कल्हिया, राजिंदर ठाकुर, राजीव भारद्वाज, मलकियत सिंह सरोआ, सतनाम सिंह सुजो, मैडम इंदरजीत कौर, मैडम प्रियंका और पार्थ वर्मा उपस्थित थे।
नवांशहर - मानव सेवा के पुंज भगत पूर्ण सिंह जी की 120वीं जयंती को समर्पित स्वैच्छिक रक्तदान शिविर स्थानीय बीडीसी में आयोजित किया गया। जिसमें 41 रक्तदाताओं ने रक्तदान किया। शिविर का उद्घाटन नेत्रदान संस्थान के अध्यक्ष डॉ. जेडी वर्मा, जेएस गिद्दा, पीआर कालिया, डॉ. अजय बग्गा, प्रबंधक मनमीत सिंह, नरिंदरपाल पूर्व पोस्ट मास्टर, युवराज कल्हिया, राजिंदर ठाकुर, राजीव भारद्वाज, मलकियत सिंह सरोआ, सतनाम सिंह सुजो, मैडम इंदरजीत कौर, मैडम प्रियंका और पार्थ वर्मा उपस्थित थे। डॉ. जेडी वर्मा ने कहा कि मानव सेवा के प्रतीक भगत पूरन सिंह जी का जीवन जरूरतमंदों के लिए विनम्रता, सादगी और आत्मोत्सर्ग की प्रेरणा का शाश्वत स्रोत है। पर्यावरणविद् होने के नाते भगत जी अनेक सामाजिक बुराइयों की रोकथाम के लिए जागरूकता को प्राथमिकता देते रहे। भगत जी के जन्मदिन को समर्पित स्वैच्छिक रक्तदान शिविर के आयोजक युवराज कालिया ने सबसे पहले रक्तदान किया। इसके बाद सतनाम सिंह सुजो ने रक्तदान किया। इस मौके पर प्रबंधन की ओर से जेएस गिद्दा ने कहा कि पिछले गर्मी के मौसम में एक यूनिट कई यूनिट के बराबर है. इसके लिए रक्तदान शिविर के आयोजक, सभी रक्तदाता एवं बीडीसी के तकनीकी कर्मचारी बधाई के पात्र हैं। डॉ. अजय बग्गा ने रक्तदान जागरूकता के नारों को उजागर करने के लिए जानकारी साझा करते हुए कहा कि 18 से 65 वर्ष की आयु के स्वस्थ व्यक्ति, जिनके शरीर का वजन 45 किलोग्राम से कम नहीं है। तथा हीमोग्लोबिन 12.5 ग्राम प्रतिशत से कम नहीं होना चाहिए चिकित्सकीय मंजूरी के साथ पहले दान से तीन महीने के अंतराल पर रक्तदान कर सकते हैं। उन्होंने रक्तदाता देवदूतों से गर्मी के मौसम में रक्त की बढ़ती आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए योगदान देने के लिए आगे आने की अपील की। संस्था ने प्रत्येक रक्तदाता को प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
