स्वर्गीय स. महेंद्र सिंह गिल मेमोरियल 19वां मुफ्त चिकित्सा शिविर 28 जनवरी को अकालगढ़ में

गढ़शंकर, 26 दिसंबर - गांव अकालगढ़ में आयोजित वार्षिक निःशुल्क चिकित्सा शिविर रविवार 28 जनवरी को गुरुद्वारा सीस गंज साहिब गांव अकालगढ़ में आयोजित किया जाएगा।

गढ़शंकर, 26 दिसंबर - गांव अकालगढ़ में आयोजित वार्षिक निःशुल्क चिकित्सा शिविर रविवार 28 जनवरी को गुरुद्वारा सीस गंज साहिब गांव अकालगढ़ में आयोजित किया जाएगा।
एसवी. महिंदर सिंह गिल के पुत्र हरगुरचेत सिंह गिल, बलदीप सिंह गिल कनाडा और पूरे परिवार की ओर से हर साल आंखों और अन्य बीमारियों के इलाज के लिए यह शिविर 28 जनवरी, रविवार को सुबह 7 बजे से दोपहर 2 बजे तक गुरुद्वारा शहीद गंज साहिब गांव अकालगढ़ में आयोजित किया जाता है। 
इस संबंध में आयोजन समिति के बलदीप सिंह गिल ने बताया कि पंथ के महान शहीदों को समर्पित यह 19वां मुफ्त चिकित्सा शिविर गुरु नानक मिशन अस्पताल जालंधर के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि इस शिविर के दौरान नेत्र रोगों के ऑपरेशन, लैंस, चश्मा आदि का समस्त उपचार निःशुल्क किया जाएगा। इसके साथ ही एक्स-रे, ईसीजी, प्रयोगशाला परीक्षण सेवाएं भी उपलब्ध रहेंगी।
उन्होंने बताया कि शिविर के दौरान अस्पताल के चिकित्सकों द्वारा मरीजों की जांच की जायेगी तथा दवाइयां निःशुल्क दी जायेंगी. गिल परिवार आंखों के अलावा अन्य बीमारियों के जरूरतमंद मरीजों के इलाज के लिए सहायता प्रदान करेगा। अस्पताल में भर्ती मरीजों को अस्पताल की ओर से खाना मुफ्त दिया जाएगा. गुरुद्वारा शहीद गंज साहिब गांव अकालगढ़ शिविर में आने वाले सभी मरीजों के लिए लंगर और चाय पानी उपलब्ध कराएगा।
इसके साथ ही कैंप में आने वाले मरीजों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए हर साल की तरह मरीजों को अजीत मार्केट अड्डा नूरपुर बेदी गरसंकर और बस अड्डा गांव गोली से अकालगढ़ तक पहुंचाने के लिए विशेष व्यवस्था की गई है।
उन्होंने बताया कि कैंप के दौरान डॉ. कपालमीत सिंह, डॉ. नवनीम गर्ग, डॉ. मोहित घई, डॉ. हरप्रीत कौर संघा (सभी नेत्र विशेषज्ञ), डॉ. आरके बाली, सर्जिकल विशेषज्ञ, डॉ. तनवीर डुमरा, हड्डी विशेषज्ञ, डाॅ. .ममता सुण्डा, चिकित्सा विशेषज्ञ एवं डॉ. मनीष अग्रवाल चिकित्सा अधिकारी सहित अन्य चिकित्सकों की सेवाएँ भी मरीजों को उपलब्ध रहेंगी।
बलदीप गिल ने बताया कि इस बार शिविर के दौरान अंतरराष्ट्रीय सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. एसपी ओबरॉय विशेष रूप से पहुंचेंगे।