जिला बाल संरक्षण इकाई ने बाल भिक्षावृत्ति एवं बाल श्रम रोकने के लिए अभियान चलाया

नवांशहर - डिप्टी कमिश्नर राजेश धीमान और डायरेक्टर सामाजिक सुरक्षा और महिला एवं बाल विकास विभाग, पंजाब द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार जिला शहीद भगत सिंह नगर में बाल भिक्षावृत्ति और बाल श्रम को रोकने के लिए एक अभियान शुरू किया गया है। इसके तहत बलाचौर ब्लॉक के विभिन्न स्थानों पर बाल भिक्षावृत्ति और बाल श्रम को रोकने के लिए जिला बाल सुरक्षा अधिकारी कंचन अरोड़ा के नेतृत्व में उपमंडल स्तरीय कमेटी द्वारा चेकिंग की गई।

नवांशहर - डिप्टी कमिश्नर राजेश धीमान और डायरेक्टर सामाजिक सुरक्षा और महिला एवं बाल विकास विभाग, पंजाब द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार जिला शहीद भगत सिंह नगर में बाल भिक्षावृत्ति और बाल श्रम को रोकने के लिए एक अभियान शुरू किया गया है। इसके तहत बलाचौर ब्लॉक के विभिन्न स्थानों पर बाल भिक्षावृत्ति और बाल श्रम को रोकने के लिए जिला बाल सुरक्षा अधिकारी कंचन अरोड़ा के नेतृत्व में उपमंडल स्तरीय कमेटी द्वारा चेकिंग की गई।
इस दौरान बलाचौर ब्लॉक के मेन रोड, गढ़शंकर रोड, बस स्टैंड रोड, कंगना ब्रिज, भड़ी रोड और मेन बाजार में चेकिंग की गई और टीम को कोई भी बच्चा बाल श्रम और बाल भिक्षावृत्ति में लिप्त नहीं मिला। टीम द्वारा बताया गया कि जिले के विभिन्न प्रखंडों में लगातार जांच के दौरान कोई भी बच्चा भीख मांगते या मजदूरी करते नहीं पाया गया. इस मौके पर मौजूद जिला बाल संरक्षण अधिकारी कंचन अरोड़ा ने बताया कि डायरेक्टर सामाजिक सुरक्षा और महिला एवं बाल विकास विभाग के आदेशानुसार पूरे पंजाब में बाल श्रम और बाल भिक्षावृत्ति संबंधी जांच लगातार की जा रही है। ताकि दूसरे राज्यों से आने वाले प्रवासियों को पंजाब में भीख मांगने से रोका जा सके और भीख मांगने वाले बच्चों को शिक्षा से जोड़कर उनका भविष्य उज्ज्वल किया जा सके।
जिला बाल संरक्षण अधिकारी ने आम जनता से अपील की है कि यदि 18 वर्ष से कम उम्र का कोई भी बच्चा भीख मांगते हुए दिखे तो इसकी सूचना जिला बाल संरक्षण इकाई या चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098 पर दें. मौके पर उपस्थित बाल संरक्षण पदाधिकारी गौरव शर्मा ने बताया कि किशोर न्याय अधिनियम के तहत शून्य से 18 वर्ष तक के बच्चों से भीख मंगवाने वाले को दो वर्ष तक की सजा व एक लाख रुपये जुर्माना हो सकता है.
चेकिंग टीम में जिला बाल संरक्षण इकाई से गौरव शर्मा बाल संरक्षण अधिकारी, कांता आउटरीच वर्कर, सीडीपीओ ब्लाचोर कार्यालय से पर्यवेक्षक, हरविंदर सिंह श्रम निरीक्षक सहित पुलिस विभाग, शिक्षा विभाग और स्वास्थ्य विभाग के प्रतिनिधि भी मौजूद थे।