
रफ़्तार, गुफ़्तार, दस्तार हमारी शख्सियत के लेखक बनते हैं - बलजिंदर मान
माहिलपुर - रफ़्तार, गुफ़्तार और दस्तार हमारी शख्सियत के लेखक बन जाते हैं। यह विचार शिरोमणि बाल साहित्य लेखक बलजिंदर मान ने सरकारी सेकेंडरी स्कूल नंगल खुर्द में विद्यार्थियों व अध्यापकों को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने आगे कहा कि जो छात्र अपने माता-पिता और शिक्षकों की आज्ञा का पालन करते हैं, वे जीवन में सफलता की सीढ़ियां चढ़ते हैं।
माहिलपुर - रफ़्तार, गुफ़्तार और दस्तार हमारी शख्सियत के लेखक बन जाते हैं। यह विचार शिरोमणि बाल साहित्य लेखक बलजिंदर मान ने सरकारी सेकेंडरी स्कूल नंगल खुर्द में विद्यार्थियों व अध्यापकों को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने आगे कहा कि जो छात्र अपने माता-पिता और शिक्षकों की आज्ञा का पालन करते हैं, वे जीवन में सफलता की सीढ़ियां चढ़ते हैं।
उन्होंने साहित्य सृजन का रहस्य समझाते हुए कहा कि लिखने से पहले हमें अपनी रुचि के अनुसार साहित्य की विभिन्न अच्छी पुस्तकें पढ़नी चाहिए। हमें हमेशा बड़ों का सम्मान करना, अपने बराबर का समझना और छोटों का समर्थन करने जैसे गुणों को अपनाना चाहिए। कड़ी मेहनत, साहस, दृढ़ता और सहनशीलता आदि गुण हमें आदर्श नागरिक बनाते हैं। ऐसे गुण उच्च एवं शुद्ध विचारों वाले साथियों से ही प्राप्त किये जा सकते हैं।
प्रिंसिपल हरविंदर कौर ने स्वागत करते हुए कहा कि उन्हें बलजिंदर मान पर गर्व है जिन्होंने बाल साहित्य के क्षेत्र में काफी प्रगति की है। जिस तरह वह एक लोकप्रिय शिक्षक रहे हैं, उसी तरह वह बच्चों के एक सम्मानित लेखक भी हैं। उन्होंने स्कूल की ओर से बलजिंदर मान को भी सम्मानित किया। बलजिंदर मान ने अपने बच्चों की किताबों का एक सेट स्कूल की लाइब्रेरी को दान किया। मिनी कथावाचक सुरजीत मननहाना और तकनीकी विशेषज्ञ सतवंत सिंह ने उनके जीवन की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला।
इस अवसर पर स्टाफ सदस्य उपिंदरजीत कौर, कुलदीप सिंह, निर्मल सिंह, मीनाक्षी, गुरप्रीत सिंह, राजवीर कौर, अंजलि, सरबजीत कौर और रजनी के अलावा एसएमसी सदस्यों ने भाग लिया।
