वेटरनरी विश्वविद्यालय में मत्स्य पालन प्रशिक्षण आयोजित

लुधियाना 02 जुलाई 2024:- गुरु अंगद देव वेटरनरी एंड एनिमल साइंसेज यूनिवर्सिटी, लुधियाना के फिशरीज कालेज द्वारा मछली पालन पर पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। डॉ वनीत इंदर कौर, प्रशिक्षण समन्वयक ने कहा कि पंजाब के विभिन्न जिलों से दो महिलाओं सहित 12 शिक्षार्थियों ने भाग लिया।

लुधियाना 02 जुलाई 2024:- गुरु अंगद देव वेटरनरी एंड एनिमल साइंसेज यूनिवर्सिटी, लुधियाना के फिशरीज कालेज द्वारा मछली पालन पर पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। डॉ वनीत इंदर कौर, प्रशिक्षण समन्वयक ने कहा कि पंजाब के विभिन्न जिलों से दो महिलाओं सहित 12 शिक्षार्थियों ने भाग लिया।
  प्रशिक्षण में डॉ अभिषेक श्रीवास्तव एवं डॉ.खुशवीर सिंह  ने तकनीकी समन्वयक के रूप में  जिम्मेदारी संभाली। प्रशिक्षण के दौरान, मछली पालन के सभी बुनियादी पहलुओं पर चर्चा की गई, तालाब की तैयारी, पानी की गुणवत्ता, मछली का भंडारण, पोषण संबंधी आवश्यकताएं, स्वास्थ्य प्रबंधन, जैव सुरक्षा, प्रसंस्करण और गुणवत्ता वाले उत्पादों का उत्पादन विषयों पर चर्चा की गई । शिक्षार्थियों को जल और भूमि के घटते संसाधनों को ध्यान में रखते हुए एक्वापोनिक्स, बायोफ्लॉक और रिसर्कुलेटरी एक्वाकल्चर सिस्टम के बारे में भी बताया गया। खारे पानी वाले क्षेत्रों की भूमि का बेहतर उपयोग करने की भी जानकारी दी गई। फीड तैयार करने, प्रसंस्करण और सजावटी मछली पालन में भी प्रशिक्षित किया गया। विद्यार्थियों को व्यवहारिक रूप से सक्षम बनाने के लिए प्रगतिशील मत्स्य कृषक श्री जसवीर सिंह के फार्म और लुधियाना के मछली बाजार का भी दौरा करवाया गया।
  प्रतिभागियों को विश्वविद्यालय द्वारा उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं और प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना के बारे में भी जानकारी दी गई।
  डॉ मीरा डी आंसल, डीन, कॉलेज ऑफ फिशरीज ने इस क्षेत्र में हो रहे नीति विकास और क्षमता निर्माण के तरीकों पर प्रकाश डाला। डॉ प्रकाश सिंह बराड़, निदेशक प्रसार शिक्षा ने किसानों की सहायता और समर्थन के लिए विश्वविद्यालय द्वारा किए जा रहे प्रयासों के बारे में जानकारी दी।
डॉ इंद्रजीत सिंह वाइस चांसलर ने किसान प्रशिक्षण के लाभों के बारे में बताते हुए कहा कि विश्वविद्यालय पशुपालन और मत्स्य पालन के क्षेत्र में शिक्षा प्रदान करने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है और किसान भी विश्वविद्यालय के संपर्क में आने की बहुत रुचि रखते हैं।